Namaskar DOST!
The latest circular (No. 232/26/2024-GST) issued by the Ministry of Finance provides crucial insights for data hosting service providers based in India who offer their services to foreign cloud computing companies. This circular addresses key questions regarding the classification and place of supply for these services, providing clarity on when these services can be considered as exports and enjoy GST exemptions. Here’s a breakdown of the circular and its impact on businesses involved in selling cloud space.
Understanding Data Hosting and Cloud Computing Services
Data Hosting Services:
Data hosting services involve providing data storage, server management, and security services through data centers. These are essential for cloud computing companies to maintain their operations and serve their clients effectively.
Cloud Computing Services:
Cloud computing companies offer a range of services, including data storage, processing, artificial intelligence, machine learning, and other online services, directly to their end clients.
1. Are Data Hosting Providers Classified as Intermediaries?
Under the IGST Act, an intermediary is defined as an entity that facilitates the main supply without being directly involved in it. Data hosting service providers directly offer services to cloud computing companies without interacting with the end consumers of those cloud services.
Example:
Data hosting providers manage data storage, processing, and analytics directly for cloud computing providers, without any direct contact with the final users. Therefore, they are not considered intermediaries, and their place of supply is not determined under Section 13(8)(b).
Benefit for Businesses:
This classification allows data hosting services to be treated as exports, exempting them from GST and enhancing their competitiveness in the global market.
2. Do Data Hosting Services Relate to Goods Provided by the Client?
According to Section 13(3)(a) of the IGST Act, if services are provided in relation to goods physically made available by the recipient, the place of supply is where the service provider is located.
Example:
Data hosting providers manage their data centers and infrastructure, including power, network, and security, even if cloud providers supply some hardware. Since the primary operations and resources are managed by the data hosting provider, these services are not directly related to goods made available by the recipient and do not fall under Section 13(3)(a).
Benefit for Businesses:
This clarification confirms that these services qualify as exports, as they are not tied directly to any goods provided by the client.
3. Are Data Hosting Services Related to Immovable Property?
Section 13(4) states that if services are directly related to immovable property, the place of supply is where the property is located.
Example:
Data hosting services involve a comprehensive package of server operations, power supply, and network monitoring, not just immovable property. As a result, these services are not directly related to immovable property, and Section 13(4) does not apply.
Benefit for Businesses:
The place of supply is determined based on the client’s location, which is usually abroad, ensuring these services are considered exports.
4. Determining the Place of Supply for Data Hosting Services
According to the circular, the place of supply for data hosting services will be determined under Section 13(2) of the IGST Act, which means it will be based on the location of the recipient. For cloud computing providers located overseas, these services will be considered as exports.
Benefit for Businesses:
Data hosting service providers can enjoy all the benefits of export status, including tax exemptions, making their business more competitive on a global scale.
Conclusion
As per Circular 232/26/2024-GST, data hosting services provided by Indian service providers to foreign cloud computing companies are classified as exports of services. This classification ensures that these services are eligible for all export benefits, significantly enhancing the business prospects of cloud space providers.
📞 For further information, contact us at: 9088882000 / 9088883000.
Stay connected with GST DOST for more updates! Share this information with your network to help them understand the benefits of these new regulations.
Share this blog on WhatsApp to help the business community understand the advantages of these updates!
Disclaimer:
This blog is intended for informational purposes only. Always consult your GST consultant before making any business decisions.
#GSTDOST #GSTUpdates #DataHostingServices #CloudComputing #ExportOfServices #BusinessGrowth
नमस्कार दोस्त !
सर्कुलर नंबर 232/26/2024-GST को Ministry of Finance ने जारी किया है ताकि डाटा होस्टिंग सर्विस प्रोवाइडर्स, जो भारत में स्थित हैं और विदेशी क्लाउड कंप्यूटिंग सेवा प्रदाताओं को सेवाएं दे रहे हैं, उन्हें स्पष्टता मिल सके। यदि आपने भी सोचा था कि “Chalo Der Se Hi, Aaye Toh Sahi!” तो ये सर्कुलर आपके लिए ही है। आइए जानते हैं कैसे!
डाटा होस्टिंग और क्लाउड कंप्यूटिंग सेवाएं क्या हैं?
डाटा होस्टिंग सेवाएं:
ये वे सेवाएं हैं जो सर्विस प्रोवाइडर अपने डेटा केंद्रों (data centers) के माध्यम से क्लाउड कंप्यूटिंग कंपनियों को प्रदान करते हैं। इसमें डेटा स्टोरेज, सर्वर मैनेजमेंट, और सुरक्षा (security) जैसी सेवाएं शामिल होती हैं, जो कि क्लाउड कंप्यूटिंग कंपनियों के लिए आवश्यक होती हैं।
क्लाउड कंप्यूटिंग सेवाएं:
ये सेवाएं क्लाउड कंप्यूटिंग कंपनियां अपने ग्राहकों को प्रदान करती हैं, जिनमें डेटा स्टोरेज, प्रोसेसिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग और अन्य ऑनलाइन सेवाएं शामिल होती हैं।
1. क्या डाटा होस्टिंग सर्विस प्रोवाइडर ‘इंटरमीडियरी’ के अंतर्गत आता है?
IGST एक्ट के अनुसार, एक इंटरमीडियरी वह होता है जो मुख्य सप्लाई को सिर्फ अरेंज या फैसिलिटेट करता है और खुद सप्लाई में शामिल नहीं होता। डाटा होस्टिंग सर्विस प्रोवाइडर्स सीधे क्लाउड कंप्यूटिंग सेवा प्रदाताओं को सेवाएं देते हैं और उनका क्लाउड सेवा के अंतिम उपभोक्ताओं से कोई संपर्क नहीं होता।
उदाहरण:
डाटा होस्टिंग सेवा प्रदाता क्लाउड कंप्यूटिंग सेवा प्रदाताओं को सर्विस दे रहे हैं, जैसे कि डाटा स्टोरेज, प्रोसेसिंग, और एनालिटिक्स, बिना किसी सीधे संपर्क के अंतिम उपभोक्ताओं के साथ। इसीलिए इन्हें इंटरमीडियरी नहीं माना जाता है और प्लेस ऑफ सप्लाई सेक्शन 13(8)(b) के अनुसार निर्धारित नहीं होगा।
बिजनेस को फायदा:
यह सेवा प्रोवाइडर्स के लिए बड़ा लाभ है क्योंकि अब उनकी सेवाओं को इंटरमीडियरी के रूप में नहीं देखा जाएगा और ये सेवाएं एक्सपोर्ट ऑफ सर्विस के रूप में मानी जाएंगी।
2. क्या डाटा होस्टिंग सर्विस ‘गुड्स’ से संबंधित है जो सर्विस प्रोवाइडर को उपलब्ध कराए गए हैं?
सेक्शन 13(3)(a) के अनुसार, अगर सर्विसेज ऐसे गुड्स के साथ दी जाती हैं जो ग्राहक द्वारा सर्विस प्रोवाइडर को फिजिकली उपलब्ध कराए गए हैं, तो प्लेस ऑफ सप्लाई सर्विस प्रोवाइडर का स्थान होगा।
उदाहरण:
डाटा होस्टिंग सेवा प्रोवाइडर अपने डेटा केंद्र और इंफ्रास्ट्रक्चर को मैनेज करते हुए क्लाउड सर्विस प्रोवाइडर्स को सेवाएं देते हैं। क्लाउड प्रोवाइडर द्वारा हार्डवेयर उपलब्ध कराने के बावजूद, सर्विस प्रोवाइडर मुख्य संचालन और सभी आवश्यक संसाधनों जैसे कि पावर, नेटवर्क, और सुरक्षा की जिम्मेदारी खुद उठाते हैं। इसलिए, ये सेवाएं ‘गुड्स’ के संबंध में नहीं मानी जाती हैं, और इन्हें सेक्शन 13(3)(a) के अंतर्गत नहीं रखा जा सकता।
बिजनेस को फायदा:
इससे यह स्पष्ट होता है कि सर्विसेज को एक्सपोर्ट के रूप में देखा जाएगा, क्योंकि वे गुड्स से सीधे जुड़े नहीं हैं।
3. क्या डाटा होस्टिंग सेवाएं ‘इमूवेबल प्रॉपर्टी’ से संबंधित हैं?
सेक्शन 13(4) के अनुसार, अगर सर्विसेज इमूवेबल प्रॉपर्टी से सीधे संबंधित हैं, तो प्लेस ऑफ सप्लाई प्रॉपर्टी का स्थान होगा।
उदाहरण:
डाटा होस्टिंग सेवाएं केवल इमूवेबल प्रॉपर्टी के लिए नहीं हैं, बल्कि वे एक पूरी सेवा पैकेज का हिस्सा हैं जो सर्वर ऑपरेशन, पावर सप्लाई, और नेटवर्क मॉनिटरिंग जैसी गतिविधियों को शामिल करती हैं। इसलिए, इन्हें सीधे इमूवेबल प्रॉपर्टी से संबंधित नहीं माना जाएगा, और इस प्रकार सेक्शन 13(4) लागू नहीं होगा।
बिजनेस को फायदा:
इससे यह सुनिश्चित होता है कि सेवाएं क्लाइंट के स्थान पर मानी जाएंगी, जो कि विदेश में होता है।
4. प्लेस ऑफ सप्लाई क्या होगा?
इस सर्कुलर के अनुसार, डाटा होस्टिंग सर्विसेज प्लेस ऑफ सप्लाई सेक्शन 13(2) के तहत निर्धारित की जाएंगी, जिसका मतलब है कि सेवाएं ग्राहक के स्थान के अनुसार तय होंगी। चूंकि क्लाउड कंप्यूटिंग सर्विस प्रोवाइडर विदेश में स्थित है, इसलिए ये सेवाएं एक्सपोर्ट ऑफ सर्विस के रूप में मानी जाएंगी।
बिजनेस को फायदा:
इससे डाटा होस्टिंग प्रोवाइडर्स को एक्सपोर्ट के सभी लाभ मिलेंगे, जैसे कि टैक्स छूट, जो उनके व्यवसाय को और भी प्रतिस्पर्धात्मक बनाएगा।
निष्कर्ष:
सर्कुलर 232/26/2024-GST के अनुसार, डाटा होस्टिंग सेवाएं जो भारत में स्थित सेवा प्रदाताओं द्वारा विदेश में स्थित क्लाउड कंप्यूटिंग सेवा प्रदाताओं को दी जाती हैं, इन्हें एक्सपोर्ट ऑफ सर्विस के रूप में माना जाएगा। इसका मतलब है कि इन सेवाओं पर एक्सपोर्ट के सभी लाभ उपलब्ध होंगे, जिससे व्यवसायों को बड़ा लाभ होगा।
📞 अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें: 9088882000 / 9088883000.
GST DOST के साथ बने रहें! पीछे न रहें; इस अपडेट को अपने नेटवर्क के साथ साझा करें और सभी को जानकारी में रखें! 📲
इस ब्लॉग और मीम को व्हाट्सएप पर शेयर करें और बिजनेस कम्युनिटी को भी इसका फायदा समझने में मदद करें!
डिस्क्लेमर:
यह केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। किसी भी निर्णय से पहले अपने GST कंसल्टेंट से सलाह अवश्य लें।
#GSTDOST #54gstCouncilmeeting #GSTUpdates #DataHostingServices #CloudComputing #GSTCircular232 #BusinessGrowth
নমস্কার দোস্ত !
সার্কুলার নম্বর 232/26/2024-GST ফাইন্যান্স মন্ত্রক দ্বারা জারি করা হয়েছে, যাতে ভারতীয় ডাটা হোস্টিং সার্ভিস প্রোভাইডাররা, যারা বিদেশি ক্লাউড কম্পিউটিং সার্ভিস প্রোভাইডারদের সার্ভিস দিচ্ছে, তারা পরিষ্কারভাবে বুঝতে পারে এর প্রভাব কী। যদি আপনারও মনে হয়েছে “Chalo Der Se Hi, Aaye Toh Sahi!” তাহলে এই সার্কুলার আপনার জন্য। আসুন জানি কিভাবে!
ডাটা হোস্টিং এবং ক্লাউড কম্পিউটিং সার্ভিস কী?
ডাটা হোস্টিং সার্ভিস:
এগুলি এমন সার্ভিস যা সার্ভিস প্রোভাইডার তাদের ডেটা সেন্টারের মাধ্যমে ক্লাউড কম্পিউটিং কোম্পানিগুলিকে প্রদান করে। এতে ডেটা স্টোরেজ, সার্ভার ম্যানেজমেন্ট, এবং সিকিউরিটি সার্ভিস অন্তর্ভুক্ত যা ক্লাউড কম্পিউটিং কোম্পানির জন্য অপরিহার্য।
ক্লাউড কম্পিউটিং সার্ভিস:
এই সার্ভিসগুলি ক্লাউড কম্পিউটিং কোম্পানি তাদের ক্লায়েন্টদের প্রদান করে, যার মধ্যে ডেটা স্টোরেজ, প্রসেসিং, আর্টিফিশিয়াল ইন্টেলিজেন্স, মেশিন লার্নিং, এবং অন্যান্য অনলাইন সার্ভিস অন্তর্ভুক্ত।
1. ডাটা হোস্টিং সার্ভিস প্রোভাইডার কি ‘ইন্টারমিডিয়ারি’ হিসেবে গণ্য হবে?
IGST আইন অনুযায়ী, একটি ইন্টারমিডিয়ারি সেই ব্যক্তি বা প্রতিষ্ঠান, যা মূল সাপ্লাই শুধুমাত্র আয়োজন বা ফ্যাসিলিটেট করে, সরাসরি সাপ্লাই করে না। ডাটা হোস্টিং সার্ভিস প্রোভাইডার সরাসরি ক্লাউড কম্পিউটিং প্রোভাইডারদের সার্ভিস দেয় এবং ফাইনাল ইউজারের সাথে কোনও সরাসরি যোগাযোগ থাকে না।
উদাহরণ:
ডাটা হোস্টিং সার্ভিস প্রোভাইডার ক্লাউড কম্পিউটিং প্রোভাইডারদের সার্ভিস দেয় যেমন ডেটা স্টোরেজ, প্রসেসিং, এবং অ্যানালিটিক্স, কিন্তু ফাইনাল ইউজারের সাথে কোনও সরাসরি যোগাযোগ নেই। তাই এদের ইন্টারমিডিয়ারি বলা যাবে না এবং প্লেস অফ সাপ্লাই সেকশন 13(8)(b) অনুযায়ী নির্ধারণ হবে না।
বিজনেসের সুবিধা:
এটি সার্ভিস প্রোভাইডারদের জন্য একটি বড় সুবিধা, কারণ এখন তাদের সার্ভিস ইন্টারমিডিয়ারি হিসেবে গণ্য হবে না এবং এক্সপোর্ট অফ সার্ভিস হিসেবে বিবেচিত হবে।
2. ডাটা হোস্টিং সার্ভিস কি ‘গুডস’-এর সাথে সম্পর্কিত যা সার্ভিস প্রোভাইডারকে সরবরাহ করা হয়েছে?
সেকশন 13(3)(a) অনুযায়ী, যদি সার্ভিসগুলি এমন গুডসের সাথে দেওয়া হয় যা ক্লায়েন্ট সরাসরি প্রোভাইডারকে ফিজিক্যালি সরবরাহ করেছে, তাহলে প্লেস অফ সাপ্লাই প্রোভাইডারের অবস্থান হবে।
উদাহরণ:
ডাটা হোস্টিং প্রোভাইডার তাদের ডেটা সেন্টার ও ইনফ্রাস্ট্রাকচার ম্যানেজ করে ক্লাউড সার্ভিস প্রোভাইডারদের সার্ভিস দেয়। যদিও ক্লাউড প্রোভাইডার হার্ডওয়্যার সরবরাহ করে, তবে প্রোভাইডারই মূল পরিচালনা এবং প্রয়োজনীয় রিসোর্স যেমন পাওয়ার, নেটওয়ার্ক এবং সিকিউরিটির দায়িত্ব নেয়। তাই, এগুলো ‘গুডস’-এর সাথে সরাসরি সংযুক্ত নয় এবং সেকশন 13(3)(a) এর আওতায় পড়বে না।
বিজনেসের সুবিধা:
এতে পরিষ্কার যে সার্ভিসগুলো এক্সপোর্ট হিসেবে গণ্য হবে, কারণ তারা সরাসরি গুডসের সাথে সংযুক্ত নয়।
3. ডাটা হোস্টিং সার্ভিস কি ‘ইমুভেবল প্রোপার্টি’-এর সাথে সম্পর্কিত?
সেকশন 13(4) অনুযায়ী, যদি সার্ভিস ইমুভেবল প্রোপার্টি সম্পর্কিত হয়, তবে প্লেস অফ সাপ্লাই প্রোপার্টির অবস্থান হবে।
উদাহরণ:
ডাটা হোস্টিং সার্ভিস কেবলমাত্র ইমুভেবল প্রোপার্টির জন্য নয়, বরং এটি একটি সার্ভিস প্যাকেজের অংশ যেখানে সার্ভার অপারেশন, পাওয়ার সাপ্লাই, এবং নেটওয়ার্ক মনিটরিং অন্তর্ভুক্ত থাকে। তাই এটি সরাসরি ইমুভেবল প্রোপার্টির সাথে সম্পর্কিত নয় এবং সেকশন 13(4) প্রযোজ্য হবে না।
বিজনেসের সুবিধা:
এর ফলে নিশ্চিত হয় যে সার্ভিসগুলো ক্লায়েন্টের অবস্থানে গণ্য হবে, যা সাধারণত বিদেশে থাকে।
4. প্লেস অফ সাপ্লাই কী হবে?
এই সার্কুলার অনুযায়ী, ডাটা হোস্টিং সার্ভিসের প্লেস অফ সাপ্লাই সেকশন 13(2) অনুযায়ী নির্ধারণ হবে, অর্থাৎ সার্ভিস ক্লায়েন্টের অবস্থান অনুযায়ী নির্ধারণ হবে। যেহেতু ক্লাউড কম্পিউটিং প্রোভাইডার বিদেশে থাকে, তাই এই সার্ভিসগুলো এক্সপোর্ট অফ সার্ভিস হিসেবে গণ্য হবে।
বিজনেসের সুবিধা:
এতে ডাটা হোস্টিং প্রোভাইডাররা এক্সপোর্টের সব সুবিধা পাবেন, যেমন ট্যাক্স ছাড়, যা তাদের ব্যবসাকে আরও প্রতিযোগিতামূলক করে তুলবে।
উপসংহার:
সার্কুলার 232/26/2024-GST অনুযায়ী, ভারত থেকে বিদেশে ক্লাউড কম্পিউটিং সার্ভিস প্রোভাইডারদের দেওয়া ডাটা হোস্টিং সার্ভিসগুলোকে এক্সপোর্ট অফ সার্ভিস হিসেবে গণ্য করা হবে। এর অর্থ হলো এই সার্ভিসগুলোতে এক্সপোর্টের সব সুবিধা পাওয়া যাবে, যা ব্যবসাগুলোর জন্য একটি বড় সুবিধা।
📞 অধিক তথ্যের জন্য যোগাযোগ করুন: 9088882000 / 9088883000.
GST DOST-এর সাথে থাকুন! পিছিয়ে থাকবেন না; এই আপডেটটি আপনার নেটওয়ার্কের সাথে শেয়ার করুন এবং সবাইকে আপডেটেড রাখুন! 📲
এই ব্লগ এবং মিমটি হোয়াটসঅ্যাপে শেয়ার করুন এবং ব্যবসায়িক কমিউনিটিকে এর সুবিধা বুঝতে সাহায্য করুন!
ডিসক্লেমার:
এটি শুধুমাত্র তথ্য প্রদানের উদ্দেশ্যে। কোনও সিদ্ধান্ত নেওয়ার আগে আপনার GST কনসালটেন্টের সাথে পরামর্শ করুন।
#GSTDOST #54gstCouncilmeeting #GSTUpdates #DataHostingServices #CloudComputing #GSTCircular232 #BusinessGrowth